धनतेरस क्यों और कैसे मनाया जाता है: जानें इस पावन पर्व का महत्व और उत्सव की विधि

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धनतेरस हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे दीवाली के पर्व का पहला दिन माना जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य भगवान धन्वंतरि और मां लक्ष्मी की पूजा करके धन, सुख, और समृद्धि की कामना करना है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, धनतेरस का त्योहार उस दिन की याद में मनाया जाता है, जब समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश और औषधियों के साथ प्रकट हुए थे। धनतेरस का अर्थ है ‘धन और समृद्धि का तेरस’, जिसमें ‘धन’ का मतलब है संपत्ति और ‘तेरस’ का मतलब है हिंदू कैलेंडर का तेरहवां दिन।


धनतेरस का महत्व
धनतेरस का दिन धन, सुख, और समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी और आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि को समर्पित है। धनतेरस को स्वास्थ्य, समृद्धि और अच्छे भाग्य का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं ताकि जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और आयु बनी रहे।


कैसे मनाया जाता है धनतेरस?

1. खरीदारी की परंपरा:
धनतेरस पर बर्तन, आभूषण, और सोने-चांदी की वस्तुएं खरीदने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई चीजें घर में सौभाग्य और समृद्धि लाती हैं। परिवार के लोग इस दिन सोना, चांदी, या पीतल के बर्तन खरीदते हैं, जिससे देवी लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।

2. दीप जलाना:
धनतेरस के दिन घर के बाहर और अंदर दीए जलाए जाते हैं। यह माना जाता है कि दीयों की रोशनी से नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

3. भगवान धन्वंतरि और लक्ष्मी पूजा:
इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो स्वास्थ्य और चिकित्सा के देवता माने जाते हैं। साथ ही, मां लक्ष्मी की भी पूजा होती है ताकि घर में धन, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति हो। पूजा के दौरान विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दीप, फूल, और मिठाई अर्पित की जाती है।

4. नर्क चतुर्दशी की तैयारी:
धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी होती है, जिसे छोटी दिवाली भी कहते हैं। इस दिन के लिए घर की सफाई, सजावट और तैयारियां की जाती हैं ताकि देवी लक्ष्मी का घर में आगमन हो सके।

5. दान-पुण्य का महत्व:
धनतेरस के दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। लोग गरीबों को वस्त्र, आहार और धन दान करते हैं। यह माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।


धनतेरस पर क्या खरीदें?
इस दिन विशेष रूप से सोना, चांदी, पीतल के बर्तन, मूर्तियाँ, और पूजन सामग्री खरीदने का रिवाज है। इसके अलावा लोग नए कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक सामान, और गाड़ियाँ भी खरीदते हैं, ताकि घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का वास हो।


धनतेरस का त्योहार समृद्धि, स्वास्थ्य, और खुशहाली का प्रतीक है। यह पर्व हर व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और धन लेकर आता है। हर साल इसे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है ताकि भगवान धन्वंतरि और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। तो इस धनतेरस पर अपने परिवार के साथ इस पावन पर्व को पूरे उल्लास से मनाएं और खुशियों का स्वागत करें

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