बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में स्कॉट बोलैंड की राउंड-द-विकेट गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों के लिए बनी मुश्किल
चेन्नई, 15 जनवरी: पूर्व भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में प्रदर्शन को “गेम-चेंजर” बताया। अश्विन ने कहा कि अगर बोलैंड टीम का हिस्सा नहीं होते, तो भारतीय टीम यह सीरीज जीत सकती थी।
बोलैंड ने दिखाया दमदार प्रदर्शन
बोलैंड ने पूरी सीरीज में अपनी सटीक लाइन और लेंथ से भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। उन्होंने तीन मैचों में 13.19 की औसत से 21 विकेट झटके, जिसमें 6/45 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। खास बात यह रही कि उन्होंने भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को चार बार आउट किया।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “सबने कहा कि पैट कमिंस का प्रदर्शन शानदार था, लेकिन वह लेफ्ट हैंडर्स के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे। स्कॉट बोलैंड की एंट्री ऑस्ट्रेलिया के लिए सौभाग्यशाली रही। अगर बोलैंड नहीं खेलते, तो भारत सीरीज जीत जाता। उनकी राउंड-द-विकेट गेंदबाजी हमारे लेफ्ट हैंडर्स के लिए बड़ी समस्या साबित हुई।”
क्रिकेट की नजर से “शानदार” सीरीज
अश्विन ने इस सीरीज को क्रिकेट की दृष्टि से “क्लास और आउटस्टैंडिंग” बताया।
उन्होंने कहा, “यह सीरीज आखिरी दिन तक रोमांचक रही। सिडनी में अंतिम सत्र तक सीरीज का परिणाम अधर में था। क्रिकेट के लिहाज से यह एक बेहतरीन सीरीज थी।”
बोलैंड का करियर अब तक
स्कॉट बोलैंड ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट डेब्यू किया और अब तक 13 टेस्ट मैचों में 17.66 की औसत से 56 विकेट लिए हैं। उनका टेस्ट औसत टेस्ट इतिहास में आठवां सर्वश्रेष्ठ है। आधुनिक युग के खिलाड़ियों में, उनके बाद अक्षर पटेल (19.34), जसप्रीत बुमराह (19.40), और काइल जैमीसन (19.73) का स्थान आता है।
बोलैंड का योगदान ऐतिहासिक
बोलैंड के प्रदर्शन ने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी इतिहास में एक खास स्थान दिलाया है। 50 से अधिक विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में, केवल चार्ल्स टर्नर का औसत (16.53) बोलैंड से बेहतर है।
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