Mumbai, November 4, 2024: रोहित शेट्टी की बहुप्रतीक्षित “सिंघम अगेन” उनके चर्चित कॉप यूनिवर्स में एक नया अध्याय जोड़ती है। रामायण से प्रेरित किरदारों के साथ कहानी को ऊंचाई देने की कोशिश तो की गई है, लेकिन कमजोर स्क्रीनप्ले और एक्जीक्यूशन के चलते यह कहानी अपने वादे पर खरा नहीं उतरती।
स्क्रिप्ट विश्लेषण
फिल्म में रामायण के संदर्भ बार-बार दिखाई देते हैं, लेकिन ये पूरी तरह से साकार नहीं हो पाते। अर्जुन कपूर ने रावण-प्रेरित खलनायक की भूमिका निभाई है, वहीं करीना कपूर खान का सीता का चरित्र मेलोड्रामा के साथ आता है। हालाँकि, इन किरदारों में गहराई की कमी महसूस होती है और ये अक्सर प्रवचनात्मक हो जाते हैं। टाइगर श्रॉफ और दीपिका पादुकोण का लक्ष्मण और सुग्रीव-प्रेरित किरदार कमज़ोर और अधूरा लगता है, जो प्लॉट से जुड़ने में असफल रहता है।
रणवीर सिंह का सिम्बा, जो हनुमान से प्रेरित है, फिल्म का मुख्य आकर्षण है। उनके श्रीलंका वाले दृश्य हनुमान के लंका जाने की याद दिलाते हैं और फिल्म में जोश भरते हैं। हालाँकि, क्लाइमेक्स में भारी भरकम एक्शन सीक्वेंस रोहित शेट्टी के सिग्नेचर फ्लाइंग कार्स और कॉमेडी के साथ आने के बावजूद बिखरे हुए लगते हैं। किरदारों के बीच केमिस्ट्री का भी अभाव है, सिवाय रणवीर सिंह और अक्षय कुमार के बीच की हल्की-फुल्की बातचीत के। यहाँ तक कि फिल्म में चुलबुल पांडे का कैमियो भी नज़रअंदाज हो जाता है।
स्टार परफॉरमेंस
अजय देवगन ने एक बार फिर सिंगम के किरदार को जीवंत किया है, लेकिन उनकी पुरानी करिश्माई उपस्थिति कहीं खो गई है। अक्षय कुमार की एंट्री प्रभावशाली तो है, लेकिन उनका किरदार उथला लगता है। टाइगर श्रॉफ और दीपिका पादुकोण का किरदार भी कमजोर है और उनकी परफॉर्मेंस ज्यादा प्रभावित नहीं करती। खासकर दीपिका के संवाद कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ते।
वहीं, अर्जुन कपूर ने मुख्य विलेन के रूप में सभी को चौंकाया है। उन्होंने क्रिटिक्स की उम्मीदों को पार करते हुए एक दमदार खलनायक का रोल निभाया है। लेकिन असली शो स्टीलर रणवीर सिंह हैं, जिनका सिम्बा किरदार फिल्म में जोश भरता है। उनके हास्य और मस्ती से भरे सीन दर्शकों को खूब भाते हैं।
निर्देशन और संगीत
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर रवि बसरूर और थमन एस द्वारा है, जो पावरफुल है लेकिन कई बार अत्यधिक हो जाता है। रोहित शेट्टी ने भव्य एक्शन सीक्वेंस और भारी संवादों का सहारा लिया है, लेकिन कहीं न कहीं ये रामायण के प्रभाव को दिखाने की बजाय ओवर-द-टॉप महसूस होते हैं।
अंतिम शब्द
भव्यता और स्टार-कास्ट से भरपूर “सिंघम अगेन” में कहानी की कसावट की कमी रह गई है। पिछले इंस्टालमेंट्स के मुकाबले यह फिल्म दर्शकों को उतना आकर्षित नहीं कर पाई। “भूल भुलैया 3” के साथ हो रहे बॉक्स ऑफिस मुकाबले में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह फिल्म अपने उम्मीदों पर खरा उतर पाएगी।