Review: ‘भैयाजी’ मनोज बाजपेयी की एक्शन फिल्म जो उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी

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‘भैया जी’ फिल्म को विनोद भानुशाली, कमलेश भानुशाली, समीक्षा ओसवाल और शैल ओसवाल ने निर्मित किया है। मनोज बाजपेयी इस फिल्म के को-प्रोड्यूसर भी हैं।

फिल्म का निर्देशन अपूर्व सिंह कार्की ने किया है।
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी अर्जुन कुकरेती ने की है।
फिल्म में कलाकार की बात करें तो कलाकार मनोज बाजपेयी, सुविंदर विक्की, जतिन गोस्वामी, जोया हुसैन, विपिन शर्मा जैसे नामी कलाकारों ने इस फिल्म में अभिनय किया है।

यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की कहानी पर आधारित है जो अपने परिवार के लिए खड़ा होता है और अपने सौतेले भाई की हत्या का बदला लेने के लिए दृढ़ संकल्प लेता है। भोजपुरी और दक्षिण भारतीय मसाला फिल्मों की मिश्रित फिल्म ‘भैया जी’ हाल ही में ज़ी5 पर रिलीज़ हुई थी।

बेहूदा एक्शन से भरी यह फिल्म पूरी तरह से एक सिरदर्द की तरह है। इस फिल्म को थोड़ा भोजपुरी टच भी दिया गया है

तो चलिए इस कहानी में क्या क्या है इसके बारे में जानते हैं।
फिल्म की शुरुआत राम चरण त्रिपाठी उर्फ ​​भैयाजी (मनोज बाजपेयी) के पैतृक घर से शुरू होती है, जो उनकी लंबे समय की प्रेमिका मिताली (जोया हुसैन) से शादी करने वाले है और अपनी शादी में वह अपने छोटे सौतेले भाई वेदांत (आकाश मखीजा) के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे होते हैं।

भैयाजी का भाई जल्द ही कुछ दोस्तों के साथ घर वापस आने के लिए ट्रेन पकड़ने वाला होता है कि एक गुज्जर, चंद्रभान सिंह (सुविंदर विक्की) के बेटे अभिमन्यु सिंह (जतिन गोस्वामी) के साथ रेलवे स्टेशन पर हाथापाई के कारण उसकी मौत हो जाती है।

राम चरण त्रिपाठी अपने भाई की मौत का बदला लेने का अपनी सौतेली माँ से वादा करता है।

इस फिल्म में भैयाजी के चरित्र को गढ़ने की भरपूर कोशिश की गयी है।

एक्शन ड्रामा मार पीट सब कुछ से भरपूर रहने के बावजूद भी यह फिल्म हीट नहीं हो पायी।

कुल मिलाकर यह फिल्म ख़राब कहानी, ख़राब अभिनय, बगैर तर्क की घटनाओं से भरी है। यदि आप इस फिल्म को देखने की सोच रहे हैं तो तब तक न देखें, जब तक आपके पास करने के लिए इससे बेहतर कुछ हो!!

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